सावन में कराएं इस तरीके से रुद्राभिषेक, दूर होंगे सारे कष्ट मिलेगा धन लाभ

कहते है सावन के महीने में रुद्राभिषेक कराने से आपको सभी रोगों से मुक्ति मिलती है, साथ ही जातक को होता है धन लाभ। पर सही तरीका भी ज्ञात होना जरूरी है। रुद्राभिषेक कराने से पहले जान ले सही तरीका…..

सावन में कराएं इस तरीके से रुद्राभिषेक, दूर होंगे सारे कष्ट मिलेगा धन लाभ

फीचर्स डेस्क। सावन है भोलेनाथ का महीना। ये महीना शिव भक्तों के लिए किसी त्यौहार से कम नहीं होता। चारों ओर होता है बस भक्तिमय माहौल और भक्त खोया होता है भोलेनाथ की भक्ति की मस्ती में। भगवान शिव को भोलेनाथ इसलिए कहते है कि वो थोड़ी सी पूजा पाठ में भी जल्दी प्रसन्न हो जाते है और देते है भक्त को इच्छित वरदान। सावन के माह में व्रत के अलावा रुद्राभिषेक का भी बहुत महत्व है। रुद्राभिषेक से जातक के सभी कष्ट और रोग दूर होते है। साथ ही मिलता है धन लाभ। आइए जानते है रुद्राभिषेक का क्या महत्व है और इसे करने का सही तरीका क्या है।

रुद्राभिषेक का महत्व

सावन माह में रुद्राभिषेक विशेष फल देता है। शिव पुराण में भी वर्णित है कि रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते है और सारी मनोकामना पूर्ण करते है। यदि किसी ग्रह से संबंधित कोई दोष है तो वो भी दूर होता है और रोगों से भी मुक्ति मिलती है। ये पूजा सबसे प्रभावशाली मानी जाती है। यदि आप सावन के सोमवार के दिन रुद्राभिषेक करते है तो इसका विशेष फल मिलता है। आपको धन लाभ होता है और घर में सुख समृद्धि आती है।

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कैसे करें रुद्राभिषेक

  • सावन के सोमवार के दिन रुद्राभिषेक करें। आप किसी मंदिर जाकर या घर पर भी रुद्राभिषेक कर सकते है।
  • सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहन कर नियमित पूजा पाठ करके सोमवार व्रत का संकल्प लें।
  • रुद्राभिषेक से पहले श्री गणेश, माता पार्वती, माता लक्ष्मी, ब्रह्मदेव, नव ग्रह, धरती माता, अग्नि देव, सूर्य देव, माता गंगा का ध्यान किया जाता है।
  • रुद्राभिषेक के समय शिवलिंग सदैव उत्तर दिशा में होना चाहिए और आपका मुख पूर्व की ओर होना चाहिए।
  • अब श्रृंगी में गंगाजल भरें और ॐ नमः शिवाय का जाप करते करते शिव जी पर जल अर्पित करें। इसके बाद महा मृतुन्जय मंत्र और शिव तांडव श्रोत का जाप करें।
  • अब शिवलिंग पर कच्चा दूध, दही, गाय का घी, शहद, गन्ने का रस, सरसो का तेल और इत्र अर्पित करें।
  • अब शिवलिंग में सफेद चंदन का तिलक करें। फिर पान का पत्ता, अबीर, सुपारी, बेलपत्र, रोली, अक्षत, बेल, भांग, आक का पुष्प, धतूरा, भस्म और नारियल चढ़ाएं।
  • अब धूप और दीपक जलाकर पूरे परिवार के साथ शिव जी की आरती करें।
  • अभिषेक के जल को पूरे घर में हर कोने में छिड़के। इससे रोगों से मुक्ति मिलती है और घर में फैली हुई नकारात्मकता दूर होती है।

इस तरह से सच्चे दिल से यदि आप रुद्राभिषेक करेंगे तो भोलेनाथ आपकी सभी मनोकामनाओं को अवश्य पूरा करेंगे।

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