रत्न एवं आभूषण उद्योग 400 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य को हासिल करेगा: रूपानी  

रत्न एवं आभूषण उद्योग 400 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य को हासिल करेगा: रूपानी   

नयी दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने आज कहा कि रत्न एवं आभूषण उद्योग की चालू वित्त वर्ष में 400 अबर डॉलर के निर्यात लक्ष्य को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। रूपानी ने रविवार को रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) की सूरत में आयोजित पुरस्कार समारोह में अपने संबोधन के दौरान विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि रत्न और आभूषण उद्योग ने महामारी के बावजूद अपनी प्रतिबद्धता को दिखाया और निर्यात को पूर्व-कोविड स्तरों पर तेजी से ले आने में सराहनीय प्रयास किया। उन्हें विश्वास है कि रत्न एवं आभूषण क्षेत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2021-22 के लिए निर्धारित लक्ष्य 400 अरब अमेरिकी डॉलर के व्यापारिक निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सूरत में बनने वाला रत्न और आभूषण पार्क मैन्यूफैक्चरिंग और मार्केटिंग तथा निर्यात के लिए एक विश्वस्तरीय केंद्र साबित होगा। गुजरात ने भारत के कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का 40 प्रतिशत अपने राज्य की ओर आकर्षित किया है। यह सही समय है कि हम इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण व विकास करें।

जीजेईपीसी के अध्यक्ष कॉलिन शाह ने कहा, “एक उद्योग के रूप में हम प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण की दिशा में काम करना चाहते हैं और 400 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं। हमें खुशी है कि इस वित्तीय वर्ष की शुरुआत सकारात्मक रही है और पहली तिमाही में महामारी पूर्व वर्ष 2019 की समान अवधि की तुलना में 8.46 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। यदि हम इस गति को बनाए रखते हैं, तो हम 43.75 अरब डॉलर के लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।”

श्री शाह ने कहा कि जीजेईपीसी ने इस समारोह का आयोजन इस क्षेत्र के प्रति समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए प्रमुख निर्यातकों को सम्मानित करने के लिए किया है। समस्त रत्न एवं आभूषण उद्योग की ओर से उन्हें पूरी उम्मीद है कि सरकार के सहयोग से पूरा क्षेत्र इस तरह विकास की राह पर अग्रसर होगा। उन्होंने कहा कि यदि हम इस गति को बनाए रखते हैं तो हम चीन को पछाड़ देंगे और प्रमुख निर्यातक देश के रूप में उभरेंगे।