फ़ूड मिथ्स जो बना रहे हैं आप के बच्चो को मोटा ,जाने सच्चाई

टीवी पर चाहे जितने भी दावे किये जाएँ पर कूकीज ,बिस्कुट आदि हेल्थ के लिए बिलकुल अच्छे नहीं है। ग्रेन्स का इस्तेमाल भले ही हुआ है पर शुगर, बटर और प्रेसेर्वटिव का साथ वेट गेन का सबब बनता है। ऊपर से ये सब चीज़े बहुत अडिक्टिव होती है और बच्चे बिना सोचे समझे........

फ़ूड मिथ्स जो बना रहे हैं आप के बच्चो को मोटा ,जाने सच्चाई

फीचर्स डेस्क। आजकल हर एक पैरेंट काफी अलर्ट और अवेयर है। बचपन से ही बच्चों के खान पान को ले कर सतर्क रहता है और ज्यादातर हेल्दी चीज़ों में इंडल्ज करते हैं। फिर भी कई बार जाने- अनजाने गलत चॉइस कर बैठते हैं। इनमें गलत क्लेम वाले एडवेर्टीस्मेंट का बड़ा हाथ है। रेपर पर बिना न्यूट्रिशनल वैल्यूज चेक किये हुए इन प्रोडक्ट्स को यूज़ कर हमारे बच्चे अनहेल्दी और ओबीस हो रहे हैं। आखिर कौनसे हैं वो फ़ूड मिथ्स ,उनके बारे में डिटेल से जानते हैं।

मिथ -1 फ्रूट जूस हेल्दी हैं

रियलिटी - पैरेंट्स का ये मानना की फ्रूट जूस हेल्दी है ये गलत है। पैक्ड जूस में तो दुगनी शुगर ऐड की जाती है ऊपर से प्रेसेर्वटिव्स भी होते हैं। आप फ्रेश बाजार से जूस निकलवा कर दे रही है तो भी कई बार शॉप वाले शुगर सीरप ऐड कर जूस को टेस्टी बनाते हैं। अगर आप बेस्ट पैरेंट की केटेगरी में आते हैं वो फ्रेश जूस घर पर ही निकाल कर बच्चे को दे रहे हैं तो भी फ्रूट जूस में  व्होल फ्रूट के कम्पेरिज़न में आवश्यक पोषक तत्व लगभग आधी मात्रा में होते हैं और इनमें फाइबर कंटेंट भी नहीं होता है और मोटापा आने लगता है। इसलिए व्होल फ्रूट ही बेस्ट ऑप्शन है और बाजार का पैक्ड जूस तो बिग नो।

मिथ -2 ओलिव आयल का यूज़ सही है

रियलिटी - आयल कोई भी हो अगर आप उसका ज्यादा इस्तेमाल करेंगी तो वो नुक्सान ही करेगा। इसलिए आयल की क्वांटिटी पर कंट्रोल रखें। ये नहीं की आप ओलिव आयल यूज़ कर रहे है तो रोज़ बच्चे को पूरी बना कर दे सकते हैं। किसी भी तरह के ऑयल का ओवर कंजम्पशन अतिरिक्त कैलोरी की वजह बनता है, जिससे बच्चे का वजन बढ़ता है। अगर आप ओलिव आयल इस्तेमाल कर रहे हैं तो ये जांच लें की वो इंडियन कुकिंग प्रैक्टिस के लिए सही हो। साथ ही आप यह कोशिश करें कि आप हर महीने ऑयल को चेंज करके यूज करें ताकि बच्चे को हर ऑयल के बेनिफिट्स मिल सकें।

मिथ 3- घी बनाता है बच्चों को मोटा

रियलिटी - यह आजकल के दौर का सबसे ट्रेंडिंग मिथ है। पेरेंट्स मानते हैं कि  अगर घी बच्चे को खाने को दिया जाएगा तो इससे उनका वजन बढ़ जाएगा। जबकि वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं है। आपको बच्चे को घर को बना हुआ मक्खन व घी अवश्य देना चाहिए। यह बच्चों के लिए अधिक हेल्दी है। हर रोज़ कम से काम एक चम्मच देसी घी का प्रयोग बच्चो के लिए ज़रूर करें।

मिथ 4- सिर्फ खाने से बच्चा बनेगा हेल्दी

रियलिटी - अधिकतर पैरेंट्स सिर्फ अपने बच्चे के खाने पर फोकस करते हैं। उन्हें लगता है कि अच्छा खाना उन्हें हेल्दी बनाएगा। लेकिन ऐसा नहीं है खाने के साथ-साथ बच्चों को अपनी फिजिकल एक्टिविटी पर भी उतना ही ध्यान देना चाहिए। बच्चो को एक्टिव रखने की जरूरत है। वह कुछ फिजिकल गेम्स जैसे साइकिलिंग, बैडमिंटन, स्विमिंग ,डांसिंग आदि में ज़रूर डाले। इससे बचे की इम्युनिटी अछि रहती है और वेट गेन भी नहीं होता।

मिथ - 5 व्होल ग्रेन कूकीज हेल्दी हैं

रियलिटी - टीवी पर चाहे जितने भी दावे किये जाएँ पर कूकीज ,बिस्कुट आदि हेल्थ के लिए बिलकुल अच्छे नहीं है। ग्रेन्स का इस्तेमाल भले ही हुआ है पर शुगर, बटर और प्रेसेर्वटिव का साथ वेट गेन का सबब बनता है। ऊपर से ये सब चीज़े बहुत अडिक्टिव होती है और बच्चे बिना सोचे समझे बस खाते जाते हैं। इसलिए इनसे दूर रहने में ही भलाई है।