किसान का बेटा प्रिंस पटेल बना दसवीं बोर्ड में टॉपर, बनना चाहता है एनडीए ऑफिसर
प्रतिभा किसी पहचान की मोहताज नहीं। न ही प्रतिभा अमीरी गरीबी देखकर आती है। एक किसान का बेटा भी अपनी मेहनत के दम पर टॉप लिस्ट में पहुंच सकता है। ये साबित कर दिखाया प्रिंस पटेल में। आइए जानते है प्रिंस ने कितने प्रतिशत हासिल किए….
फीचर्स डेस्क। यूपी बोर्ड परीक्षा के दसवीं और बारहवीं के रिजल्ट आ चुके है। प्रिंस पटेल जिन्होंने दसवीं यूपी बोर्ड में टॉप किया है उनके पिता पेशे से किसान है। 10 बीघा जमीन के अलावा पशु पालन करके उन्होंने प्रिंस को पढ़ाया है। गणित और विज्ञान में जहां अच्छे अच्छे बच्चों के पसीने छूट जाते है वहीं प्रिंस ने 100 में से 100 नंबर हासिल किए। इस बार भी लड़कियां लड़कों से आगे रही। टॉप 10 में से 7 लड़कियों ने अपनी अलग पहचान बनाई है। सभी बच्चों को भविष्य के लिए बधाई।
इन बच्चों ने हासिल किए शानदार अंक
यूपी बोर्ड ने अपना रिजल्ट आउट कर दिया है दसवीं और बारहवीं का। दसवीं में कानपुर के प्रिंस पटेल 97.67 परसेंट अंकों के साथ पहले स्थान पर रहें। मुरादाबाद की संस्कृति ठाकुर 97.50 परसेंट नंबर के साथ दूसरे स्थान पर रही और तीसरे स्थान पर है कानपुर की ही किरण कुशवाहा 97.50 परसेंट नंबर के साथ। आप एक तरह से मान सकते है कि संस्कृति और किरण के बीच हो गया है टाई। कन्नौज के अनिकेत शर्मा 97.33 परसेंट अंकों के साथ है चौथे स्थान पर। कानपुर की ही पलक अवस्थी 97.17 प्रतिशत अंकों के साथ पांचवें स्थान पर और आस्था सिंह को कि प्रयागराज की है उन्होंने छठा स्थान अपने लिए सेफ रखा है 97.17 प्रतिशत अंकों के साथ। सातवें स्थान पर है सीतापुर की एकता वर्मा 97 प्रतिशत अंकों के साथ। वहीं आठवें नंबर पर है रायबरेली के अथर्व 97 प्रतिशत अंकों को पाकर। कानपुर के ही नैनी वर्मा और प्रांशी द्विवेदी नौवें और दसवें स्थान पर रहीं।इस साल वैसे लड़कियों का बोलबाला रहा है। टॉप 10 बच्चों में 7 तो लड़कियां ही है।
एनडीए अधिकारी बनने का सपना देखते है प्रिंस
पूरे यूपी में टॉप की पोजीशन पर पहुंचने वाले प्रिंस का सपना है कि वो पढ़ लिखकर एनडीए ऑफिसर बनें। अपने माता पिता का नाम रोशन करने की चाह रखने वाला प्रिंस कहता है कि वो रोज 5 से 6 घंटे पढ़ाई करता था। प्रिंस ने कानपुर के घाटमपुर के इंटर कॉलेज से पढ़ाई की है। वो सभी टीचर्स का शुक्रिया अदा करते हुए कहते है कि इन टीचर्स की गाइडेंस के कारण ही मेरे गणित और विज्ञान में 100 में से 100 नंबर आए। ऐसे होनहार छात्र से पूरा स्कूल क्या पूरा जिला गौरांवित महसूस कर रहा है।
ऐसे बच्चों से ही हमारा देश प्राउड फील करता है। क्योंकि ये ही बच्चे देश का भविष्य है और ये ही आगे जाकर देश के किसी उच्च पद पर आसीन होंगे।
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