हर मॉम की चिन्ता: टीनएज डॉटर को हो रहे फिजिकल चेंजेस के लिए कैसे करे तैयार
हर मॉम का फ़र्ज़ होता है कि बड़ी होती डॉटर की हर जरूरत का वो ध्यान रखे। और हर मॉम ये फ़र्ज़ बखूबी निभाती भी है। पर हर मॉम को ये हिचक सी होती है कि कैसे एक डॉटर को बताए की अब उसकी जरुरते उसकी उम्र के हिसाब से बदल रही है। ताकि उसकी डॉटर को भी अन इजी महसूस न हो । इसी हिचकिचाहट को दूर करने के लिए लेकर आए है हम ये आर्टिकल ,पढ़िएगा जरूर....

फीचर्स डेस्क। आपकी डॉटर भी अगर उम्र की उस दहलीज पर खड़ी है जहां कभी आप खड़ी थी । तो आप बहुत डीपली उसकी प्रॉब्लम को समझ सकती है। जैसे जैसे एक लड़की की उम्र बढ़ती है वैसे वैसे उसके शरीर में हार्मोनल चेंज होते है। और वो ये चेंज किसी से नहीं कह पाती कभी कभी अपनी मॉम से भी नहीं। और उसका बिहेवियर चेंज हो जाता है। ऐसे में एक मॉम का बहुत इम्पोर्टेंट रोल होता है कि वो कैसे अपनी डॉटर को इन चेंजेस के लिए प्रिपेयर करे। आज हम आपकी इसी प्रोब्लम को सॉल्व करते हुए लाए है ये आर्टिकल।
मेंटेली प्रिपेयर करे
आपकी डॉटर जैसे जैसे बड़ी होती है उसमे कई फिजिकल चेंज होते है। जिसे वो समझ नहीं पाती । ऐसे में जरूरी है कि आप उसे मेंटली तौर पे तैयार करे। जब आपकी डॉटर 10,11 साल की हो तब ही उसे आगे होने वाले बदलाव के लिए तैयार करे। ताकि वो पहले से ही प्रीपेअर हो। और जब वो उन बदलाव को महसूस करे तब अन इजी फील न करे। एक मॉम की जिम्मेदारी ये होती है कि वो अपनी डॉटर को आने वाली हर चुनौती के लिए पहले से ही तैयार करे।
किस उम्र में पहने ब्रा
जब आपकी डॉटर टीनएज की होती है तब मेंटली चेंज तो होती ही है साथ ही फिजिकल चेंज भी उसमे नजर आने लगते है। 11,12 साल की उम्र में आजकल गर्ल्स को पीरियड होने लगते है । ये ही वो उम्र है जब हमे मान लेना चाहिए कि अब बेटी बड़ी हो रही है। उसके ब्रेस्ट में हल्का उभार होने लगता है और हल्का दर्द महसूस होने लगे तब से ही उसको ब्रा पहननी शुरू कर देनी चाहिए। क्युकी यदि हम इस समय लेट करेंगे तो उसके ब्रेस्ट का आकर बिगड़ सकता हैं।
फिटिंग और साइज सबसे इम्पोर्टेंट