झांसी मेडिकल कॉलेज से चोरी हुई कोबाल्ट मशीन मामले को बुंनिमो ने उठाया  

झांसी मेडिकल कॉलेज से चोरी हुई कोबाल्ट मशीन मामले को बुंनिमो ने उठाया   

झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के कैंसर विभाग से सिकाई के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कोबाल्ट मशीन चोरी के मामले को बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा (बुंनिमो) ने फिर से मंगलवार को आला अधिकारियों के समक्ष उठाया। बुन्देलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात एक पत्र सौंपा। पत्र के माध्यम से बताया कि पूरे बुन्देलखंड क्षेत्र से कैंसर के मरीज महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में स्तिथ कोबाल्ट मशीन से इलाज करवाने आते थे लेकिन 9 अक्टूबर 2020 को मेडिकल कॉलेज से कोबाल्ट मशीन चोरी हो गई। मशीन चोरी हो जाने की खबरें समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई, लेकिन मेडिकल कॉलेज का प्रशासन चुप बैठा रहा। मशीन के चोरी होने के 2 माह 20 दिन बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन की कुंभकरणी नींद टूटी और मशीन की चोरी की एफआईआर दर्ज करवाई गयी।

बुंनिमो अध्यक्ष ने कोबाल्ट मशीन से संबंधित 28 जानकारियां सूचना का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत मेडिकल कॉलेज से मांगी जिसके सापेक्ष 12 जानकारियां उपलब्ध करवा दी गई है और शेष शीघ्र उपलब्ध करवाने को कहा है। सूचना के अधिकार से ये तो ज्ञात हो गया है कि मशीन ठीक थी उसकी मरम्मत की आवश्यकता नही थी। कोबाल्ट मशीन की चोरी होने की जांच कमेटी एवं एफआईआर दर्ज हुए 8 माह हो गए है पर न तो जांच आगे बढ़ी और न ही पुलिस की कार्यवाही। प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मांग की कि सूचना का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत मेडिकल कॉलेज से मांगी गई 28 बिंदुओं की जानकारी के बिंदुओं को जांच में शामिल किया जाए और जांच को समय बद्ध निपटाया जाए। बुन्देलखंड क्षेत्र से कैंसर यूनिट को समाप्त नही होने दिया जाएगा।

वही जिलाधिकारी ने जांच पूर्ण कर लेने की बात कही एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि या तो मशीन वापस आएगी या इसमें शामिल जेल जायेगे। साथ ही अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित कर दी गई। बुंनिमो के प्रतिनिधिमण्डल में अशोक सक्सेना, रघुराज शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, रजनीश श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।