बीजेपी से सस्पेंड हो चुकीं नेता सीमा पात्रा गिरफ्तार, फरार होने की कर रही थीं कोशिश, नौकरानी पर थर्ड डिग्री टॉर्चर करने का आरोप

अगर गलती से सुनीता का पेशाब कमरे से बाहर चला जाता, तो उसे अपने मुंह से उसे चाटकर साफ करना पड़ता था। घिसट-घिसट कर किसी तरह उसे यह भी करने को मजबूर किया गया। मामला तूल पकड़ने पर झारखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने बीजेपी नेत्री सीमा पात्रा को...

बीजेपी से सस्पेंड हो चुकीं नेता सीमा पात्रा गिरफ्तार, फरार होने की कर रही थीं कोशिश, नौकरानी पर थर्ड डिग्री टॉर्चर करने का आरोप

रांची। झारखंड के रिटायर्ड आईएएस की पत्नी और बीजेपी नेत्री सीमा पात्रा को बुधवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया है। वह रांची छोड़कर फरार होने की कोशिश कर रही थीं लेकिन अरगोड़ा पुलिस की टीम ने उन्हें पकड़ लिया। सीमा पर आरोप हैं कि उन्होंने अपने घर में काम करने वाली नौकरानी सुनीता को बुरी तरह प्रताड़ित किया और उसे थर्ड डिग्री टॉर्चर किया। मंगलवार को पुलिस ने सीमा पात्रा की कैद से आजाद कराई गई सुनीता का कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया है। उसने अपने बयान में खुद पर हुए जुल्म की पूरी कहानी कोर्ट के सामने बताई है। सुनीता के अनुसार, उसे गर्म तवे से जगह-जगह दागा गया है। लोहे के रॉड से उसके आगे के तीन-चार दांत तोड़ दिए गए गए। 

उसका खाना-पानी तक बंद कर दिया गया था। झारखंड सरकार के कार्मिक विभाग के एक अफसर की सूचना पर रांची पुलिस ने उसे 22 अगस्त को सीमा पात्रा के रांची के अशोकनगर स्थित आवास से मुक्त कराया था।

सीमा पात्रा ने अपने ही बेटे को घोषित कर दिया था मनोरोगी

हद तो तब हो गई, सीमा के खुद के बेटे आयुष्मान पात्रा ने अपनी मां द्वारा किए जा रहे जुल्म का विरोध किया और मां सीमा ने अपने ही बेटे को मनोरोगी घोषित कर रांची की चर्चित मानसिक आरोग्यशाला रिनपास में भर्ती करा दिया। हद तो यह हो गई कि उन्होंने पुत्र के हाथ में बेड़ियां लगाकर उसे जबरन यहां दाखिल कराया था। सोमवार को जब सुनीता के टॉर्चर की खबरें छपीं तो सीमा ने अपने पुत्र को आनन-फानन यहां से रिलीज करवा लिया।

आदिवासी समुदाय से है सुनीता

आदिवासी समुदाय से आने वाली पीड़ित सुनीता गुमला के एक गांव की रहने वाली है। करीब दस साल पहले वह रिटायर्ड आईएएस महेश्वर पात्रा और बीजेपी नेत्री सीमा पात्रा के घर मेड के तौर पर काम करने के लिए लाई गई थी। बाद में वह दिल्ली में रहनेवाली उनकी पुत्री वत्सला पात्रा के साथ भेज दी गई। दिल्ली से उनके तबादले के बाद सुनीता वापस रांची सीमा पात्रा के घर आई। यहां काम करते हुए उसे हमेशा प्रताड़ित किया जाता रहा। उसने घर जाने की इजाजत मांगी तो पिटाई करते हुए उसे कमरे में बंद कर दिया गया। 

लगातार पिटाई होने से फर्श पर घिसट-घिसट कर चलती थी सुनीता 

बात-बात पर पिटाई आम हो गई। दर्जनों बार उसे गरम तवे से दागा गया। जिस कमरे में सुनीता को बंद किया गया, वहीं उसका बेडरूम और बाथरूम था। लगातार पिटाई से वह इस तरह अशक्त हो गई थी कि फर्श पर घिसट-घिसट कर चलती थी। अगर गलती से सुनीता का पेशाब कमरे से बाहर चला जाता, तो उसे अपने मुंह से उसे चाटकर साफ करना पड़ता था। घिसट-घिसट कर किसी तरह उसे यह भी करने को मजबूर किया गया। मामला तूल पकड़ने पर झारखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने बीजेपी नेत्री सीमा पात्रा को पार्टी से निष्कासित करने की घोषणा की।