BHU : महामना की बगिया में एक और बवाल, लॉ फैकल्टी के स्टूडेंट्स ने दिया धरना

BHU : महामना की बगिया में एक और बवाल, लॉ फैकल्टी के स्टूडेंट्स ने दिया धरना

वाराणसी सिटी। वैसे तो महामना की बगिया में देश ही नहीं विदेशों से भी स्टूडेंट्स माँ सरस्वती कि आशिर्बाद लेने के लिए आते हैं, लेकिन अपने साथ अन्याय होने पर भगत सिंह बनने में भी देरी नहीं करते हैं। बता दें कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) में आयुर्वेद डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स ने अपनी मांग को लेकर 27 दिनों तक अनवरत धरना किया। अभी यह चर्चा का विषय बना ही हुआ था कि एक और बवाल ने माहौल गरमा दिया। जी, हाँ अब लॉ फैकल्टी के स्टूडेंट्स ने फैकल्टी के सामने ही रोड पर धरना शुरू कर दिया है। यह धरना दो दिनों से जारी है। इतना ही नहीं शनिवार को तो स्टूडेंट्स ने रोड को ब्लॉक कर लोगों के आवागमन पर पूरी तरह रोक लगा दिया है। धरने पर बैठे स्टूडेंट्स का कहना है कि उनकी अटेंडेंस पूरी कर उन्हें सेमेस्टर एग्जाम में शामिल होने दिया जाए। दुर्भावनावश उनके करियर के साथ खिलवाड़ न किया जाए। यह धरना तभी समाप्त होगा, जब उन्हें एग्जाम में शामिल होने का लिखित आश्वासन दिया जाएगा।

दुर्भावना के कारण एग्जाम में शामिल नहीं होने दिया जा रहा

स्टूडेंट्स का कहना है कि हमारे 100 साथियों की अटेंडेंस शार्ट कर दी गई है। वहीँ इस मामले में फैकल्टी के डीन का कहना है कि केवल 10 स्टूडेंट्स की अटेंडेंस शार्ट की गई है। बाकि उन स्टूडेंट्स के साथी धरने पर बैठे हुए हैं। स्टूडेंट्स ने कहा कि एक महीने फैकल्टी के अलग-अलग कोर्सेज के कई स्टूडेंट्स की अटेंडेंस कम थी। उनसे सिर्फ अंडरटेकिंग लेकर उन्हें एग्जाम में शामिल होने दिया गया। अब सभी कोर्सेज के लास्ट सेमेस्टर के स्टूडेंट्स को दुर्भावना के कारण एग्जाम में शामिल होने से रोका जा रहा है।

मनमानी के खिलाफ दे रहे धरना

महीने के कुछ विशेष दिनों में जो क्लास चलीं, उसी दौरान कुछ स्टूडेंट्स की पूरी अटेंडेंस मेंटेन कर दी गई। जो स्टूडेंट्स उन स्पेशल क्लास में नहीं आए थे, उनके पूरे महीने की अटेंडेंस शॉर्ट कर दी गई। फैकल्टी में अटेंडेंस की काउंटिंग का कोई निश्चित पैमाना नहीं है। स्टूडेंट्स ने कहा कि हम मनमानी के खिलाफ धरना दे रहे हैं। हमारी समस्या का समाधान कर दिया जाए तो हम धरना तत्काल खत्म कर देंगे।

ये है स्टूडेंट्स की प्रमुख मांग

अटेंडेंस पूरी कर एग्जाम में बैठने का मौका दिया जाय।

बार काउन्सिल ऑफ़ इंडिया के मानक के अनुसार क्लास में लेक्चर हो।

प्रोफेसर के व्यक्तिगत कारणों से निरस्त हुई क्लास का नुकसान हमें न झेलना पड़े।