क्या आप दाल से पूरा नुट्रिशन ले पा रहे हैं ,जाने इस्तेमाल का सही तरीका रुजुता दिवाकर से

रुजुता दिवाकर जो एक सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट है और बॉलीवुड एक्‍ट्रेस करीना कपूर की जीरो फिगर डाइटीशियन के तौर पर जानी जाती है उन्होंने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्‍होंने दाल से पूरा पोषण पाने के 3 रूल्‍स बताए हैं। आइये इनके बारे में डिटेल से जानते हैं....

क्या आप दाल से पूरा नुट्रिशन ले पा रहे हैं ,जाने इस्तेमाल का सही तरीका रुजुता दिवाकर से

फीचर्स डेस्क। दाल हम सभी कर घर मे लगभग रोज़ बनती है। इससे कचोरी समोसे से लेकर अलग-अलग तरह के व्यंजन भी बनाये जाते हैं। दाल से प्रोटीन मिलता है इसलिए इसे खाना चाहिए ये भी सभी जानते हैं। वेजीटेरियन लोगो के लिए तो दाल और फलियां मेन प्रोटीन सोर्स है। भारत में दाल की कई वेरायटीज उपलब्ध हैं ,राजमा, छोले, लोबिया आदि का ऐड ऑन भी है।  पर क्या आपने कभी ये सोचा है की जो दाल आप खा रहे हैं उसका पूरा पोषण आप को मिल भी रहा है कि नहीं ?  रुजुता दिवाकर जो एक सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट है और बॉलीवुड एक्‍ट्रेस करीना कपूर की जीरो फिगर डाइटीशियन के तौर पर जानी जाती है उन्होंने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्‍होंने दाल से पूरा पोषण पाने के 3 रूल्‍स बताए हैं। आइये इनके बारे में डिटेल से जानते हैं।

रूल -1

पकाने से पहले भिगोएं और अंकुरित करें

दाल में प्रोटीन, विटामिन्‍स और मिनरल्‍स भरपूर मात्रा में होते हैं। लेकिन ये एमिनो एसिड में जकड़े रहते हैं कर ये सम्पूर्ण पोषण प्राप्त करने के रस्ते में आते हैं। इसलिए इनको सिंपल प्रोटीन में बदल कर खाना चाहिए। रुजुता कहती हैं कि आप पकाने से पहले दाल को 20-25 मिनट के लिए ज़रूर भिगोये। इसके अलावा अंकुरित दाल का ज्यादा उपयोग करें। इस तरह से प्रोटीन पूरा मिले और गैस, इन डाइजेशन ,स्वैलिंग जैसी प्रोब्लेम्स भी नहीं होंगी।

रूल -२

दाल को अनाज के साथ कंबाइन करें

रुजुता कहती हैं कि दाल को सही रेश्यो में खाना जरूरी है। कई बार हम प्रोटीन के चक्‍कर में दाल को जरूरत से ज्यादा खाते हैं और बाकि चीज़े काम लेते हैं पर ये सही एप्रोच नहीं है। जब आप दाल को चावल के साथ खाते हैं तो इसका रेश्यो 1: 3 होना चाहिए। लेकिन जब आप इसे बाजरा और अनाज के मिश्रण के साथ लेते हैं तो इसका रेश्यो 1: 2 होना चाहिए। दरअसल दालों और फलियों में मेथियोनीन नामक अमिनो एसिड की कमी होती है और अनाज में लाइसिन की कमी होती है। लाइसिन दालों में बहुतायत से पाया जाता है लेकिन मेथिओनिन जैसे अन्य अमीनो एसिड के बिना यह पूरी तरह से अपने कार्यों को पूरा नहीं कर सकता है। इसलिए इनका कॉम्बिनेशन एक कम्पलीट फ़ूड बनाता है।

रूल - 3

लगभग हर दिन अलग दाल या फलियां खाये

आपकी बॉडी को हर तरह के नुट्रिएंट्स मिले इसके लिए दाल की अलग-अलग वैरायटी खानी चहिये। हफ्ते के ५ दिन में बदल-बदल कर डालें खाये और दो दिन फलिया। इससे आप की बॉडी में सभी तरह के नूट्रिएटस बैलेंस में रहेंगे।

इस तरीके से दाल का उपयोग करने पर आप को दाल का शत प्रतिशत पोषण मिल पायेगा और शरीर में माइक्रो नुट्रिएंट्स की भी कमी नहीं होगी। ज़रूर ट्राई करें।