30 प्रतिभावान शिक्षकों को ग्लोबल टीचर अवार्ड 2022 से नवाजा गया

30 प्रतिभावान शिक्षकों को ग्लोबल टीचर अवार्ड 2022 से नवाजा गया

गाजियाबाद। रेडियो मेरी आवाज और लिटिल हेल्प ट्रस्ट की शैक्षणिक संस्था शैक्षिक आगाज़, भारत द्वारा अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर देशभर के अलग-अलग राज्यों के 30 नवाचारी एवं प्रतिभावान शिक्षकों को ग्लोबल टीचर अवार्ड 2022 सम्मान से नवाजा गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की भूमिका में डॉ हरि सिंह पाल जी और डॉ आरती लोकेश जी उपस्थित रहीं। डॉ जीतराम भट्ट जी एवं डॉ ज्योतिर्मया ठाकुर जी जो कि पिछले वर्ष इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे, इस वर्ष विशिष्ट अतिथि की भूमिका में रहे।

कार्यक्रम में सभी नवाचारी शिक्षकों के इस साल कक्षा कक्ष में किए गए उन नवाचारों पर चर्चा की गई जिनके कारण उन्हें इस वर्ष ग्लोबल टीचर अवार्ड दिया गया। प्रत्येक राज्य से कुछ चुनिंदा शिक्षकों को ही प्रत्येक वर्ष यह अवार्ड देकर प्रोत्साहित किया जाता है जिसमें इस वर्ष गोवा से स्नेह श्रीकांत और विजय पारुलकर, बिहार से कुमार प्रशांत एवं प्रतिमा कुमारी, उत्तर प्रदेश से डॉ कविता वर्मा, श्वेता दीक्षित, रेहाना शमीम और डॉ भारती चौहान, जम्मू कश्मीर से गुहार रसूल, राजस्थान से पंकज कुमार शाह एवं शबनम शेख, दिल्ली से डॉक्टर सीमा मोहन, गुजरात से धर्मेश कुमार जोशी, छत्तीसगढ़ से डॉक्टर अनिल कुमार प्रधान एवं प्रीति रानी तिवारी, पंजाब से मोनिका रानी श्वेता रजनी और रंजीत कौर, हिमाचल प्रदेश से सुनीता कुमारी और नीरज बाला मनहास, उत्तराखंड से प्रदीप कुमार मालासी, सुनीता बहुगुणा और मीना रवि, कर्नाटका से गुरुराज, हरियाणा से कृष्ण कुमार वशिष्ठ और निर्मल गुलिया, महाराष्ट्र से नाना शंकर पाटील एवं डॉ शुभजीत हलधर, मध्य प्रदेश से अनिल राजपूत जी का चयन समिति के द्वारा किया गया और इनके नवाचारों का प्रस्तुतीकरण कार्यक्रम में मुख्य और विशिष्ट अतिथियों के सम्मुख इनके स्वयं के द्वारा प्रस्तुत किया गया। डॉ जीतराम भट्ट जी का कहना था कि उन्हें इस कार्यक्रम में सम्मिलित होकर कुछ इतने बेहतरीन नवाचार और से प्रेरणा मिले हैं जिसे वह अपनी अकादमी में भी लागू करना चाहेंगे। बता दें कि डॉ जीतराम भट्ट दिल्ली सरकार में हिंदी अकादमी के सचिव होने के साथ-साथ गढ़वाली कुमाऊनी और जौनसारी अकादमी के सचिव भी हैं साथ ही वह निदेशक डा. गो. गि. ला. शा. प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान, दिल्ली सरकार हैं और दिल्ली सरकार में पूर्व सचिव दिल्ली संस्कृत अकादमी भी रहे हैं।

डॉक्टर ज्योतिर्मया ठाकुर, जो कि लंदन, यूनाइटेड किंगडमसे हैं एक पूर्व प्रधान अध्यापिका, रेकी चिकित्सक, कवित्री, लेखक, आलोचक, समीक्षक और रेकी चिकित्सक हैं उन्हें सभी सम्मानित शिक्षकों के कार्यों को देख कर अत्यंत उत्साहित होंगे और सभी शिक्षकों से हमेशा जुड़े रहने के लिए अपनी इच्छा जताई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ हरि सिंह पाल, दिल्ली जोकि पूर्व निदेशक भारतीय प्रसारण सेवा, आकाशवाणी, महामंत्री नागरी लिपि परिषद, प्रधान संपादक नागरी संगम, भारत एवं सौरभ, न्यूयॉर्क अमेरिका, महानिदेशक विश्व नागरिक विज्ञान संस्थान, गुरुग्राम के साथ संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के हिंदी की सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं , उन्होंने सभी शिक्षकों की ऊर्जा और प्रयासों को देखते हुए नागरी लिपि परिषद के साथ जोड़कर कार्य करने के लिए आमंत्रित किया और सभी शिक्षकों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।डॉ आरती लोकेश, दुबई के यू ए ई कॉलेज में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, लेखिका, कवित्री और समाज सेविका हैं, उन्होंने पूर्व में दिल्ली सरकार में सरकारी शिक्षक के तौर पर अपने कार्य के अनुभव को साझा किया। उनका कहना था कि प्रत्येक सरकारी शिक्षक जमीनी स्तर पर अपार मेहनत के साथ में छात्रों के साथ काम करता है और इस तरह के कार्यक्रम उसको भविष्य में और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करते हैं।

इस कार्यक्रम में शैक्षिक आगाज़ के 26 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से जुड़े शिक्षको में 300 शिक्षकों को स्मार्ट टीचर सम्मान से भी सम्मानित किया गया जिसके लिए लिटिल हेल्प ट्रस्ट की फाउंडर सुश्री समृद्धि चौधरी एवं शैक्षिक आगाज की फाउंडर श्रीमती स्मृति चौधरी ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए भविष्य में अध्यापकों को ओर अधिक उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर रेडियो मेरी आवाज़ के सीईओ श्री अमित चौधरी द्वारा विशिष्ट अतिथियों को आचार्य श्री सम्मान एवं मुख्य अतिथियों को शिक्षा रत्न सम्मान देने की घोषणा की गई। कार्यक्रम का संचालन जम्मू कश्मीर से सरकारी शिक्षिका अंजना और अलका शर्मा जी द्वारा बहुत ही बेहतरीन तरीके से किया गया। सरस्वती वंदना, डोगरी नृत्य, हरियाणावी नृत्य में सरकारी विद्यालय के छात्र छात्राओं ने अपने प्रतिभा का प्रदर्शन किया तो साथ ही उड़ीसा से शिक्षिका मीनाक्षी सतपथि ने शिक्षकों को समर्पित करते हुए अपने गायन कौशल से मंच को सुशोभित किया। इस शानदार कार्यक्रम को संयोजित करने के लिए सभी अतिथियों ने श्रीमती स्मृति चौधरी, सुश्री सृष्टि चौधरी और मीनल शाह देवरा का आभार प्रकट किया और भविष्य में इस तरह के कार्यक्रमों द्वारा सरकारी शिक्षा को प्रचारित और प्रसारित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए सभी को शुभकामनाएं प्रेषित की।